तेरी याद
हर वक़्त तेरी याद सी सताती है।
दिल में कहीं एक दर्द दे जाती है।
ये जो आँशू ज़म गए है पलकों पर
पिघला कर इन्हें बहुत रुलाती है....
हर वक़्त...
रुलाती है,सताती है,तड़पाती है।
तेरी याद एक मीठा सा दर्द दे जाती है।
वो याद तेरी जो कभी आ जाती है
में बन जाता हूँ एक दरिया वो बहा जाती है...
वो तेरी याद....
-ब्लेंक राइटर
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