"उम्मीद"
कभी वो रात आएगी कभी बरसात आएगी
कभी वो प्यार जागेगा मिलन की रात आएगी।
कभी तुम फूल सी कोमल कली का रूप धर लेना..
मेरे अंदर भी भोरे की मधुर सी प्यास जागेगी।
.google image |
Comments
Post a Comment