असली देशभक्ति
जल्दी कीजिए ,मौका सिर्फ कुछ दिनों तक सीमित।
देशभक्त बनने का सुनहरा चांस।
सिर्फ तिरंगा लगाए देशभक्त कहलाये।
कबर फ़ोटू को तिरंगा लगाने का चलन शुरू हो गया हैं। कुछेक लोगों को तो इसी क्रांति से मालूम पड़ता हैं कि देश भक्ति वाला त्यौहार आ गया हैं।
वैसे कुछ बुद्धिजीवियों को कुछ दिन पूर्व से ही भान हो जाता हैं और उनके अंदर भगत सिंह की आत्मा आ जाती हैं। तभी तो ‘4 बोटल वोडका' की वजह उनके होंठ “यह देश है वीर जवानो का" जैसे गानो पर थिरकने लगते हैं। लगभग 3 दिन की इस जंग में ना जाने कैसे उनके होंठ खुद पर काबू रख पाते होंगे...?
चर्चा का मुद्दा हैं, में तो कहता हूँ इस पर बहस होनी चाइए। केजरीवाल जी जादा अच्छे तर्क रखेंगे। स्मृति ईरानी के तर्क भी सुनने योग्य होंगे।
15 अगस्त और 26 जनबरी यही तो वो दो दिन होते हैं जब हमें पता चलता हैं कि हम भारतीय हैं...अरे भूल चूक छमा। भारत-पकिस्तान का मैच भी तो हमारे अंदर के सोए हुए देशभक्त को जगाने का काम करता हैं।
क्यों सही पकड़े हैं ना....? पकड़े से याद आया ...
पकड़ा तो धोनी ने कैच था क्या मस्त....
बरहाल, लगभग 360 दिन इसी देश की आबरू में दनादान गोलियां रुपी गालियां दागने के बाद जो बचे 5 दिनों में हमारे अंदर देशप्रेम जागता हैं ना...उसके आधार पर कंट्रोल में बटने वाली शक्कर की तरह ही सब लोगों को भारत रत्न मिलना चाहिए।
एक काम करो गरीबी रेखा से निचे वालों को भारत रत्न दे दो और ऊपर वालों को पदम भूषण या विभूषण मिले तो भी काम चल जाएगा।
साहेब इन अवार्डों के साथ पिज़्ज़ा भी मिल जाए तो सोने पर सुहागा हो
वो क्या हैं ना समोसे ,कचोड़ी और नुकती खा-खा कर उकता गया हैं भारत...
बिचार होना चाइए इस बदलाव पर
रावणों के राज्य में खुद को राम जैसा प्रतीत कराने के लिए आप तिरंगे की वजह भगत सिंह की फोटू का इस्तेमाल करे ... इससे आत्मा को आनंद की अनुभूति भी होगी और 16 अगस्त के दिन तिरंगा फैकने के पाप से भी आप बच जाओगे...
प्रोफाइल फ़ोटू में तिरंगा लगाना छत पर तिरंगा लगाने का डिजिटल रूप हैं।
मोदी जी कहते हैं देश डिजिटल हो रहा हैं, यही तो हैं डिजिटलता। अब अगर सबको डिजिटल होने की परिभाषा ज्ञात हो गयी हो तो मेरा लेख सफल हो जाएगा।
अरे अभी निकलें हम ज़रा अपने मोहल्ले के नुक्कड़ से , पप्पू चाय वाला गाने बजा रहा था।
“मेरा रंग दे बसंती चोला" कल तक “मुन्नी बदनाम थी" आज चोला बसंती हो रहा हैं।
इसे कहते हैं परिवर्तन।
देश बदल रहा हैं मेरा..
आज का दिन ही एक ऐसा दिन होता हैं जिस दिन हम गर्व से कह सकते हैं कि आज पूरे देश का पेट भरा हुआ हैं।
सभी को खाने को जो मिल जाएगा आज।
इस बार देश भक्ति बहुत उमड़ उमड़ कर आ रही हैं।
3 दिन की छुट्टियां जो पड़ गयी।
केलेंडर बनाने वाले को मेरा दंडबद्ध प्रणाम।
2 दिन देश की बाते करके आप भी जीत सकते हैं देशभक्त बनने का सुनहरा मोका। जल्दी कीजिए ऑफर सिर्फ कुछ दिनों के लिए.......
अब पाये देश भक्त बनने का मौका,सिर्फ खुद का मुँह 3 रँगो से रंग ले..
याद रहे रँगो में बदलाव या उनके क्रम में बदलाव आपको इस प्रतियोगिता से बाहर कर सकता हैं।
तो देर किस बात भी आज ही उठाये गूगल बाबा से एक अच्छा तिरंगा और भेज दे उसे अपनी प्रोफाइल फ़ोटू के घर।
और हां तिरंगे की तस्वीर पर 100000 लाइक माँगना भी आज के ज़माने में क्रांति हैं।
और ऐसी क्रांति करने वालों को भी क्रांतिकारियों की उच्च श्रेणी में रखा जाएगा।
अनुमान हैं कि मोदी जी इस बार लाल किले से इसकी घोषणा भी करने वाले हैं।
हां आखरी में जय हिन्द बोलना उतना ही ज़रूरी हैं जितना ज़रूरी होता हैं मुँह बनाने के बाद सेल्फ़ी लेना।
तो जय हिंद।
लेखक-संकल्प जैन
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