दर्द
दिलों में दर्द का आलम यहाँ हर तरफ़ छाया है।
ना जानें किसने किसका प्यार पाया हैं।
कोई तड़प रहा हैं,अपनी मौहब्बत को खो कर
तो किसी ने वफ़ा के वादों को जिन्दा दफनाया हैं
हर रात ढ़ल जाती हैं आँशुओ के समुंदर के साथ
हर समुंदर की एक लहर ने हमें खूब रुलाया हैं।
-ब्लेंक राइटर
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