बाबू कुंवर सिंह

कोलकाता जाते वक़्त रास्ते जब ये प्रतिमा देखी तो क़दमों को रोका । यक़ीं मानिए आँखें थम गयी इनके चेहरे पर।इतना तेज़ इतनी चमक है कि आँखें स्तब्ध हो गयी। #बाबू_कुंवर_सिंह (1777 - 1857) एक महान सेनानी थे ,सन 1857 के प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सिपाही और महानायक थे।अन्याय विरोधी व स्वतंत्रता प्रेमी बाबू कुंवर सिंह कुशल सेना नायक थे।80 वर्ष की उम्र में भी लड़ने तथा विजय हासिल करने की क़ूबत थी।
इनके चरणों में सत् सत् नमन.....
ब्रिटिश इतिहासकार होम्स ने कहा था कि
'उस 80 साल के बूढ़े राजपूत ने ब्रिटिश सत्ता के विरुद्ध अद्भुत वीरता,जज़्बे और आन-बान के साथ लड़ाई लड़ी। यह गनीमत थी कि युद्ध के समय कुंवर सिंह की उम्र अस्सी के करीब थी। अगर वह जवान होते तो शायद अंग्रेजों को 1857 में ही भारत छोड़ना पड़ता।

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