Do you know?
एक पुराने ख़्वाब में अब भी बैठे है,
मैं और तुम
समंदर किनारे, लहरों की कल कल की आवाज सुनते हुए
एक दूजे की ख़ामोशी को महसूस करते हुए
एक दूजे का हाथ थामे,
दुनिया के बदल जाने से बेखबर
और इस दुनिया में सिर्फ मुझे इस बात का इल्म है कि इस समंदर की गहराई तुम्हारी झील सी आंखों से ज्यादा नहीं...
क्या तुम्हे इस बात का खबर है??
मैं और तुम
समंदर किनारे, लहरों की कल कल की आवाज सुनते हुए
एक दूजे की ख़ामोशी को महसूस करते हुए
एक दूजे का हाथ थामे,
दुनिया के बदल जाने से बेखबर
और इस दुनिया में सिर्फ मुझे इस बात का इल्म है कि इस समंदर की गहराई तुम्हारी झील सी आंखों से ज्यादा नहीं...
क्या तुम्हे इस बात का खबर है??
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