Posts

Showing posts from May, 2016

शायरी

मज़बूरी

पैगाम

तू और तेरी याद

इंसानियत संकट में

वक़्त

उलझन

आकाश , वायु , अग्नि , जल और पृथ्वी !

रफ़ू

ज़रा सी तारीफ़

शर्मा और सेन

काला

एक रात

रोज