तू और तेरी याद
ये हसीं मौसम
और तेरी याद....
सर्र सर्र कानों में सर्राती हवा
और तेरी याद....
मेरे तन बदन को छूती बारिश की बूँदे
और फिर तेरी याद
इन बूंदों में गुम होते मेरे आँशु
मेरी हँसी और में...
सब कुछ है
सिवा तुम्हारे....
-ब्लेंक राइटर
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