रफ़ू

कल पूरा रफ़ू किया, देर रात तक किया
सुबह उठ कर फिर किया...
ज़िन्दगी के वो चिथड़े अभी भी बाक़ी है।
-ब्लेंक राइटर
©sankalp jain
#togulzaarsir

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