फ़िल्म समीक्षा : हेट स्टोरी 3
कामुकता की व्यर्थ कहानी
-संकल्प जैन
हेट स्टोरी: कई हद तक तो फ़िल्म का टाइटल ही साफ़ कर देता है।
नफ़रत की कहानी ।
हेट स्टोरी 3 :नफ़रत की तीसरी कहानी
इन नफ़रत की कहानियों की शुरुआत तीन साल पहले विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में आई ‘हेट स्टोरी’ से हुई थी।
तब प्यार,धोखे की एक ऐसी कहानी गढ़ी गयी थी जिसमे काव्या कृष्णा एक एंटी-ऑपरेशन के ज़रिये एक बड़े बिज़नेस मैन
सिद्धार्थ धनराजगिर और उसकी कंपनी के काले कामो को उजागर कर देती है।
फिर सिद्धार्थ का काव्या से बदला लेना।
काव्या का सेक्स वर्कर बनकर सिद्धार्थ को बर्बाद करना।
उस कहानी में सेक्स और अंग प्रदर्शन की पर्याप्त संभावनाएं थीं।
तो कहानी ,कहानी जैसी लगी थी।
इसी कड़ी में नयी फ़िल्म आई थी
हेट स्टोरी 2
एक ताकतवर और भ्रष्ट नेता मंदार (सुशांत सिंह) की रखैल सोनिका (सुरवीन चावला) का अपने प्रेमी अक्षय (जय भानुशाली) की मौत का बदला लेना।
दर्शकों की रूचि आधी फिल्म देखने के बाद ही खत्म हो गयी थी और मनोरंजन की तलाश में आए दर्शकों को भी निराशा हाथ लगी थी।
इसे कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आई है।
हेट स्टोरी 3: लेखक विक्रम भट्ट और निर्देशक विशाल पांड्या ने इस बार हेट स्टोरी को अलग तरीके से पेश किया है।
जहा एक और कहानी तो रोचक है।
वही सेक्स और कामुकता की भी भर भर के पेश किया है।
कहानी- आदित्य दीवान और उनकी बीवी सिया एक अस्पताल के उद्घाटन में जाते है।। यह अस्पताल उद्योगपति आदित्य दीवान के बड़े भाई विक्रम दीवान के नाम पर है। वहां सिया के इंटरव्यू से पता चलता है कि वह पहले बड़े भाई विक्रम की प्रेमिका थी। उसने अब छोटे भाई आदित्य से शादी कर ली है। दर्शकों की जिज्ञासा बढ़ जाती है। कुछ ही देर बाद सौरभ सिंहानिया का प्रवेश होता है। वह बिना किसी कहानी के आदित्य की बीवी के साथ एक रात गुजारने की फरमाईश रखता है। यहां से कहानी रोचक हो जाती है। सौरभ ने आदित्य को बर्बाद करने की कसम खा रखी है। आदित्य और सिया उसकी चपेट में आने लगते हैं। तभी काया की एंट्री होती है। तेजी से जॉब में ऊपर चढ़ी काया की महात्वाकांक्षाएं बड़ी हैं। आदित्य और सौरभ दोनों उसका इस्तेमाल करते है।
और कहानी आगे बढ़ती जाती है।
सौरव क्यों आदित्य का बुरा चाहता है? उसकी असलियत क्या है? इसका खुलासा फिल्म में अंतिम मिनटों में होता है।
इस फ़िल्म ने अपनी छोटी बहनों को पीछै छोड़ा है। हिंदी फिल्मों में सेक्स परोसने की भी एक मर्यादा हैं। ‘हेट स्टोरी 3’ में उन मर्यादाओं को तोड़ा गया है।
दोनों अभिनेत्रियों ने प्रेम और काम की मुद्राओं में भरपूर अश्लीलता परोशी है।
मानो दोनों में होड़ लगी हो कि कौन जादा
अश्लील हो सकता है।
शरमन जोशी और करण सिंह ग्रोवर ने आदित्य और सौरभ के किरदारों को ठीक ठाक निभाया है। उनका आधा समय प्रेम,चुंबन,आलिंगन और बिस्तर पर बीता है। बाकी समय में दोनों के बीच एक-दूसरे को बर्बाद करने के फूहड़ डायलॉग बोलते नज़र आये।
हेट स्टोरी 3 मनोरंजन से अधिक यौन इच्छा को पूरा करती है।
बरहाल फ़िल्म में डुप्लीकेट गानो को नए तरीके से कामुक बना कर अच्छे से पेश किया गया है।
फ़िल्म में लोगों को सेक्स के बीच कहानी तलाशने में काफी मशक्क़त करनी पड़ी।
लगता है टी-सीरिज ने सिंगल स्क्रीन थिएटर के पुराने मूंगफली छाप दर्शकों के लिए फिल्म बनाई है।
बैनर : टी सीरिज
निर्माता : भूषण कुमार
निर्देशक : विशाल पंड्या
संगीत : अमाल मलिक, मीत ब्रदर्स, बैनमैन
कलाकार : ज़रीन खान, डेज़ी शाह, शरमन जोशी, करण सिंह ग्रोवर
अबधि-132 मिनिट
रेटिंग-1/5
सेंसर सर्टिफिकेट :(U/A)
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