तुम्हारा हूँ में

तुझसे जुदा हूँ या खुद से जुदा हूँ
परेशान हूँ में
खता मेरी ना थी तेरी ना थी
फिर ये क्यों हुआ
हैरान हूँ में

तुझे तो पाना चाहा है हर कीमत पर
तेरे लिए तरसता इन्सान हूँ में

कुछ ले देकर ख़ुदा तुझे मेरा कर दे।
पाने को तुझे बेइमान हूँ में

तेरे लिए हूँ में दिल का तोहफ़ा
दुनिया के लिए एक मुकाम हूँ में

ना फेरना कभी नजरे मुझसे
बिन तेरे बेजान हूँ में

तेरे नाम के साथ होगा सिर्फ नाम मेरा
तेरे नाम की  पहचान हूँ में

लोग चहक जाए है मेरा एक हर्फ़ सुन कर
तेरे लिए हर्फ़ो से भरा पैगाम हूँ में

लिखता रहता  हूँ हर वक़्त तेरे बारे में
तेरी मोहब्त की स्याही से भरा कलाम हूँ में

हूँ तनहा बिन तेरे हूँ बेबस बिन तेरे
तन्हा हूँ तो हूँ
"खुद में ही आवाम हूँ में
- ब्लेंक राइटर

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