एक शायरी

सात फेरों का रिवाज तो है दो जिस्मों को एक करने के लिए

मैंने तो तुुम्हारी रूह को अपनाया है बताऔ क्या रिवाज और कितने फेरे लूँ।
-ब्लेंक राईटर

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