अच्छे दिन आने वाले है

फट गया था जिनका सुर
बेसाज़ हो गयी थी साज़ जिनकी
अब वो सारे बेसुरे गुनगुनाने वाले है।
सुनिए सुनिए सुनिए
सभी शादी शुदा भाइयों के 

 ‪अच्छे‬ दिन आने वाले हैं ....

बीवियां मायके जाने वाली है..
और मोहल्ले के पुराने माल आने वाले है।""
अब रोने के दिन बीत गए यारो हँसी के फब्बारे फिर खिलखिलाने वाले है।

अच्छे दिन आने वाले है।

तकरार की बगिया के सारे पुष्प मुरझा गए मगर
नयी बगिया के फूल ना अब मुरझा ने वाले है।
अब ना आपके बच्चे आपको सताने वाले है।
दिल थाम के बेठो भाइयो

अच्छे दिन आने वाले है।

दुसरो की बीवियों को ताका करते थे।
अपनी बीवी को हाका करते थे।
अब फटे पेंट रफ़ू कराने डाले है
ओर नए कपड़े सिलवाने वाले है।
क्युकी... 

अच्छे दिन आने वाले है।

खुद का प्लाट छोड़ कर दुसरो की जगह पर घर बनाने वाले है।
और जहाँ नहीं लग पा रहा था नल भी
वहा ये बोर पे बोर करने वाले है।
अब देखना ये है कि
 ‪क्या‬ ये पतियों की लाटरी लगी है।
या ये माल उनके घरों में आग लगाने वाले है।
भाई कुछ भी हो
मोदी जी ने कहा था
अच्छे दिन आने वाले है।
-ब्लेंक राइटर

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