रात आती हैं..

मैं हँसता हूँ या रोता हूँ
तुम्हारी याद आती हैं
मैं जब ख़ामोश रहता हूँ
तुम्हारी बात आती हैं

जमीं पर आसमाँ लाने को
दिल करता हैं अब मेरा
तेरी यादों में खोता हूँ
तभी तो रात आती हैं
-ब्लेंक़ राईटर

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