"करवाचौथ"

सारे दिन वो उस भूख़ को बर्दाश किये थी....
शायद अपने दिल में वो मुझे याद किये थी...

में काम में बहुत व्यस्त था।
खा पी कर में मस्त था....
सोच रहा था में उसके बारे में...
इस मौसम के हसीं नज़ारे में...

एहसास हुआ
भूक ज़ब्त से बाहर होगी उसकी फिर भी वो मुस्कुरा रही होगी
कंठ सूखा होगा पर वो गा रही होगी
कोई गीत मेरी याद में गुनगुना रही होगी

मैने अपना फ़ोन उठाया
"Destiny" को फ़ोन लगाया..
कॉल मैने किया पूछा उससे
बताओ मेरी जान क़ैसी हो
वो ख़ामोश रही कुछ ना बोली
में बोला तुम अब भी वैसी हो
वो थोड़ी सी सहमी घबराई
कुछ कहने की ताक़त जुटाई
बोली...

शुक्रिया आपका मेरा हाल पता करने के लिए
पुकार कर नाम मेरा दिल में मोहब्बत का शहद घोला है।
पर इंतज़ार तुम्हारा बहुत तकलीफ़ देता है
इस भूक प्यास से जादा तुम्हारी प्यास है
प्रियतम हर पल तुम्हारी आस है।

आओ तुम घर जल्दी इंतज़ार तुम्हारा है।
मेरी आँखों में प्यार तुम्हारा है।
सुबह से मैने ख़ुद को सजा रखा है।
आँखों में तुम्हें बसा रखा है।
पर तुम...

तुम ना आए मेरे आँगन
सब कुछ सूना तुम बिन साजन
ये बिंदिया कंगन सब बेकार
में ना चाहूँ तोहफ़ा कोई
में तो चाहूँ तेरा प्यार...
सो जाऊ में नींद में गहरी
ले तेरी बाहों का हार...

ना पूछो बिन तुम दिन कैसे गुज़रा है।
हर सपना इन आँखों का बिखरा है।
जल्दी आओ मेरे द्वार
मुझको है तेरा इंतज़ार
यूँ सुन कर उसकी ये सब बाते
दिल मेरा तो भर आया था...
पुण्य किये होंगे मैने जो उसको मैने पाया था...
में काम छोड़ कर घर भागा..
देखा वो दरवाज़े पर थी...

मैने पूछा मेरी जान
क्यों हो तुम इतना परेशान
बिन पानी तूने सारे दिन इस चाँद का इंतज़ार किया
ख़ुद को तकलीफ़ देकर मुझको इतना प्यार किया
मेने तुझको दर्द दिया में आया इतना लेट
फिर भी इतना प्यार किया मेरा सत्कार किया
‪#‎वो‬ बोली...

तेरी मोहब्बत का नशा मेरी साँसों में समाता गया...
फिर लम्हा लम्हा तेरे इंतज़ार का मुझको याद आता गया....
और फिर...
धीरे धीरे याद आया सपना तेरे प्यार का
कटता गया हर पल यूँ तेरे इंतज़ार का..
कौन कहता है की सूख गए है होंठ मेरे...
अभी बाक़ी है इन लबो पर एहसास तेरे गुलज़ार का....
तेरे प्यार का यादो की बहार का...

अब ना कहना शब्द कोई बस आँखों से इक़रार करो
भर लो मुझको तुम बाहों में और टूट के मुझको प्यार करो...
फिर देखना तुम इन आँखों से भी
मोहब्बत की बरसात होगी
ना में कुछ कहूँगी ना तुम कुछ कहना
वो लबों से लबों की मुलाक़ात होगी....
करवाचौथ के इस अबसर पर
मेरे लिए सौगात होगी
मेरे होंठो की यही फ़रियाद होगी
-ब्लेंक राइटर..

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