"तुम मुस्कुराती रहो"
रेशमी ज़ुल्फों से छन कर झील सी गहरी आँखों में उतर कर
सुर्ख़ नर्म गालों से बहकर वो जो गुलाबी से होंठो पर हर पल
एक मुस्कान बिखरी रहती है।...
तुम ख़ामोश रहो मुस्कान सब कहती है।
अक्षर अक्षर जोड़ के में अपने दिल का हाल सुनाता हूँ
अपना प्यार फिर इन शब्दों में बतलाता हूँ।
तुम हँसती हो तो हवाएँ मुस्काती है।
ये फ़िज़ाएं प्यार के गीत गाती है।
हम ख़ामोश हर पल तुमको सुनते रहते है।
अपनी हथेली पर पर तेरा नाम बुनते रहते हैं।
ये ज़िन्दगी भी चहक जाती है।
रूह मेरी महक जाती है।
तुम मुस्कुराती हो...
मेरे लिए कोई गीत गाती है।
तुम हँसती हो तो बहुत अच्छी लगती हो
कोमल दिल हो जिसका वो बच्ची लगती हो।
तुम हँसती रहा करो अच्छा लगता है मुझे
कहती रहा करो सब सच्चा लगता है मुझे
जो तुम ना मुस्काओ तो सब बेकार है।
जंग है ये ज़िन्दगी और मेरी हार है।
हर पल मेरी सिर्फ यहीं आशा है।
तुम मुस्काती रहो यहीं अभिलाषा है।
#सूरज_की_हर_किरण_सी_तुम_जगमगाती
रहो
तुम मुस्कुराती रहो सिर्फ मुस्कुराती रहो।
हर पल प्यार के गीत गाती रहो
तुम मुस्कुराती रहो...
सिर्फ मुस्कुराती रहो..
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