तू....

तू है साहिल तेरी मंजिल किनारा है।
तू है चाँद नूर ए चाँदनी ने सवारा है।
रात की गस्त में हम टूटते रहे बिखरते रहे..
फिर सुबह हमने खुदा से पहले तुझे पुकारा है.।
-ब्लेंक राइटर

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