एक शायरी

ना दिल्ली से आया हूँ ना बंगाल से आया हूँ।
वो तो है मिज़ोरम से हैं में ना इम्फाल से आया हूँ।
मेरी पहचान को मेरी मिट्टी से जुड़ा रहने दे
में झीलों के शहर भोपाल से आया हूँ।
-ब्लेंक राइटर

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