मेरी गुज़ारिश
जिंदगी के दस्तूर पर ऐतबार ना करना
जो छिन गया है उसपर आंशु बेकार ना करना...
वक़्त आने का इंतजार करो
खुशिया को बेकरार ना करना
वक़्त आएगा तो भर कर तुम्हारी मांग तुझे अपना बना लूँगा
तुम्हे तुम्हारी माँ भाई से चुरा लूँगा
रोओगी तुम लिपट कर सीने से माँ के...
में तुम्हे अपनी बाहों में समां लूँगा
तुम्हारा आंचल ना भीगने दूँगा
खुदका दामन भीगा लूँगा
तुम मेरे वादों पे ऐतराज ना करना
मोह्बत की खुशिया बेकार ना करना।
तुम्हे अपनाऊगा तुम्हारी इज्ज़त सम्हाल कर
इस दिल में बसाऊगा इस दिल को निकाल कर
तुम बस ज़रा सा इंतज़ार करना
अपने लबों पर मेरी महक की परत तैयार रखना
में अपना हर वादा पूरा करुगा
तुम सिर्फ लाल सुर्ख जोड़े में सजी मेरी दुल्हन और अपनी मांग को मेरे सिंदूर के लिए तैयार रखना
-ब्लेंक राइटर
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